कबीरधाम! दरअसल पूरा मामला जिले के सहसपुर लोहारा तहसील क्षेत्रान्तर्गत आने वाली ग्राम पंचायत रणवीरपुर का हैं जहाँ पर अतिक्रमणकारी मोहित सिंह पिता प्रताप सिंह के द्वारा 2 एकड़ 25 डिसमिल लगानी जमीन खरीदा गया है ।
लगानी जमीन में से कुछ जमीन को बेच दिया गया जमीन को बेचने के पश्चात उक्त व्यक्ति द्वारा स्कूल से लगे शासकीय भूमि को फ़िर अपनी निजी जमीन बताकर काबिज़ भी लिया।
सिर्फ यही नही मोहित सिंह की दबंगई इतनी की अपने लगानी जमीन से लगे ग्राम पंचायत द्वारा पानी निकासी के लिए बनाया गया शासकीय नाली के ऊपर लगभग 30 दुकाने खड़ा कर बाहर से आये लोगो को 3 - 3 हजार किराए पर दे दिया ।
बचे खुचे बाजार लगने के स्थान व नाली के ऊपर मोहित ने फिर से अवैध कब्जा कर कॉम्प्लेक्स निर्माण शुरू किया तो तंग आकर सरपंच व कुछ ग्रामीण ने विरोध किया और कलेक्टर व तहसीलदार से शिकायत भी की शिकायत के बाद कलेक्टर साहब ने बातो को संज्ञान में लेते हुए निर्माण पर स्थगन के लिए अनुविभागीय अधिकारी व तहसीलदार को आदेश भी दिया गया परन्तु ज़िलाधीश महोदय मोहित सिंह के दबंगई के आगे अपने आदेश का पालन नही करा पाए। अतिक्रमणकारी ने आखिरकार निर्माण पूरा कर ही लिया।
जहां गांव के पढ़े लिखे सैकडों बेरोजगार युवकों के रोजगार के पंचायत भवन निर्माण कराती वहां एक अतिक्रमणकारी राजनीतिक व प्रशासनिक लोगो से साठ गांठ कर लगातार गांव की शासकीय भूमि पर कब्जा करता जा रहा है वही अपने जीविका के गरीबों के छोटे मोटे अतिक्रमण पर तत्काल कार्यवाही करने वाले अधिकारी अतिक्रमण के इतने बड़े खेल में मौन नजर आ रहे हैं।
इस प्रशासनिक रवैये से परेशान पंचायत के पंच सरपंच व ग्रामीणों ने इसकी शिकायत अब राज्यपाल तथा राजस्व कमिश्नर से करने का मन बना लिया हैं।