कबीरधाम। शासकीय विभागों में पदस्थ रहने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों को एक जगह से दूसरे जगह स्थानांरित इसलिए किया जाता है कि जब उनको एक ही जगह पर अधिक समय हो जाता है तो लोगों से बने संबंधों को लेकर वह शासन की योजनाओं का आमजन को लाभ देने में भेद भाव पूर्ण रवैया ना अपना सकें। लेकिन आबकारी विभाग के कार्यालय में वर्षो से पदस्थ नितिन खंडूजा का स्थानांतरण अब नहीं हुआ है, और वे प्रभारवाद के चक्कर मे एक ही जगह जमें हुवे है।
वर्षो से अंगद के पैर के समान जमे हुए अधिकारी और कर्मचारी
जिले के महत्वपूर्ण विभाग में कुछ अधिकारी और कर्मचारी वर्षो से जमे हुए हैं। वर्षो से एक ही स्थान पर जमे इन अफसर, कर्मचारियों की पहुंच के आगे नियम कानून ढीले पड़ते नजर आ रहे हैं. स्थानांतरण नीति तो हर साल जारी होती है,लेकिन जुगाडू कर्मचारियों पर इसका कोई असर नही पड़ता।मर्जी से इन जुगाडू कर्मचारियों का तबादला नही किया जा सकता।वर्षों से एक ही जगह जमे रहने के कारण क्षेत्र में उनकी अच्छी खासी पहचान हो गई है इसी कारण वे अपना काम ठीक से नहीं करते किसी भी शासकीय योजना अन्तर्गत कार्य के निष्पादन हेतु अवैध रूप से राशि की मांग करते है इनके हौसले इतने बुलंद हो गए है कि अपने उच्चाधिकारियों के आदेश की अवहेलना करते हुए कार्य से संबंधित फाइल को अपने पास रोक कर जनहित की शासकीय योजनाओं को भी रोक कर कार्य में बाधा उत्पन्न कर रहे है।अंगद की तरह वर्षों से जमे कर्मचारियों के रवैए से जनप्रतिनिधि परेशान है उनके स्थानांतरण की मांग कर रहे है।
जिला के आबकारी विभाग में एक ऐसे अधिकारी नितिन खंडूजा जो वर्षों से आबकारी में पैठ बना जमे हुए आबकारी कार्यालय में जुगाड जमा कर बने हुए है।इनके साथ ही मुख्यालय में दर्जन भर से भी ज्यादा अधिकारी कर्मचारी ऐसे है जो पिछले 10 वर्षों से भी अधिक समय से एक ही जगह जुगाड लगा – लगा कर जमे हुए है जिस पर किसी बड़े अधिकारी की नजर नहीं जा रही है।