कबीरधाम!जिले के धान खरीदी केंद्रों का बुरा हाल है। निर्धारित लिमिट से अधिक खरीदी की जा चुकी है। वहीं, धान का उठाव और परिवहन नहीं होने की वजह से कई तरह का समस्याओं का सामना करना पड रहा है, जहां समिति के सदस्यों एवं अधिकारियों कर्मचारियों को चिंता सता रही है, वहीं दूसरी ओर किसानों को अब धान रखने के जगह के लिए समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
समिति के पदाधिकारियों ने कहा कि धान का परिवहन उठाव किया जाना अति आवश्यक है। क्षेत्र की धान खरीदी केंद्रों से धान का उठाव नहीं होने से फड़ों में जगह अब सिकुडने लगी है। कई केंद्र में बफर लिमिट से दो से तीन गुना अधिक मात्रा में धान का भंडारण हो गया है। वहीं परिवहन नहीं होने की वजह से चिंता भी समिति के कर्मचारियों को सताने लगी है, क्योंकि धान सूखत की गाज समिति कर्मचारियों के ऊपर ही गिरता है।
आगामी दिनों में उठाव नहीं होने से आने वाले दिनों में खरीदी प्रभावित हो सकती है। समिति की बफर लिमिट 10 हजार क्विंटल तय किया गया है। जानकारी के अनुसार भलपाहरी, पाढ़ी, मोहगांव, रुषे में धान का उठाओ बहोत धीमी गति में है जिसके कारण उपार्जन केंद्र संग्रहण केंद्र का आकार ले लिया है। इसी तरह इंदौरी में भी लगभग 20 हजार क्विंटल धान जाम प़ड़े हुए हैं। कामठी में धान खरीदी केंद्र जमीन पर कच्चा फड़ों पर चल रहा है, जिससे ऊपर से धूप से सूखत और नीचे से दीमक खाने का भय बना हुआ है।