कवर्धा! धर्मनगरी के नाम से मशहूर कवर्धा शहर में इन दिनों खुलेआम जुआ, सट्टा व देह व्यापार संचालित हो रहा है वही सूत्रों का कहना है कि इसको चलवाने में पुलिस भी इनका भरपूर सहयोग कर रही हैं।वहीं विभिन्न हिस्सों में देह व्यापार चल रहा है। यह धंधा न सिर्फ शहर के बाहरी क्षेत्रों में, बल्कि रिहायशी क्षेत्रों में भी बिना रोक-टोक के चल रहा है। सूत्रों की माने तो इस बात की शिकायत लोगों ने थाने में भी कराई है लेकिन बड़ा सवाल यही खड़ा होता है कि कवर्धा जैसे मशहूर शहर में इन सब पर पुलिस का लगाम नही लगाना कही न कही कई सवाल खड़े करता हैं।
ऐसा कोई अपराध न हो जो शहर में न होता हो
धार्मिक नगरी कवर्धा शहर अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है। नगर में ऐसा कोई घिनौना कारोबार नहीं हो जो यहां संचालित नहीं हो रहा है। शहर में खुलेआम सटोरिये आईपीएल क्रिकेट मैच में दांव लगा रहे हैं।जगह जगह सट्टा पट्टी लिखी जा रही है। वही जगह जगह मदिरा बिक रही है। देह व्यापार हो रहा है। ऐसा नहीं है कि पुलिस व प्रशासन को इस बात की सूचना नहीं होगी। जानकारी के बाद भी पुलिस चुप्पी साधे हुए है।
खबर सबकी है पर कार्यवाही नही करना चाहते
शहर में बाकायदा देह व्यापार कौन कराता है। सट्टा कौन खिलवाता है। गांजा का कारोबार कौन कौन करता है शराब की तस्कारी कौन करता है शहर के आस पास के गावों में कहा कहा अवैध शराब बेची जा रहीं हैं। इन सभी कारोबारी में संलिप्त लोगों की जानकारी पुलिस व प्रशासन को होने के बाउजूद कार्यवाही नही होना पुलिस पर सवालिया निशान उठता है।
गांव की महिलाओं का घर से निकलना हुवा मुश्किल
शहर के लोगों ने बताया कि जिले में एक मात्र धार्मिक नगरी में पुलिस प्रशासन नाम की चीज रह गई है।शहर के आस पास के गावों में देखे तो सुबह शाम महिलाएं अपने घरों से बाहर जा नही पातीं। क्योंकि सड़कों में गांव में ही शराब मिलने के कारण शराबियों का जमावड़ा रहता है। इस बात की शिकायत पुलिस से की जाती है, लेकिन पुलिस द्वारा ऐसे बदमाशों के खिलाफ छोटे मोटे कार्यवाही कर वाहवाही लुटाई जाती हैं।
कौड़ी काम की नहीं कवर्धा पुलिस
कौड़ी काम की नहीं कवर्धा पुलिस शहर में पूर्व में रहे थाना प्रभारी ने अपने कार्यकाल में इस तरह के कारोबार में बड़ी बड़ी कार्रवाई की थी। शराब भट्टी के पास खुलेआम चल रहे चखना सेंटर को बंद कराया गया था वही नगर में चल रहे जुआ पर भी बड़ी कार्यवाही की गई थी लेकिन उनके जाने के बाद शहर में कानून नाम की कोई व्यवस्था नजर ही नही आ रही हैं।
देह व्यापार कराने वाली महिलाओ को पकड़ने में आखिर पुलिस नाकामयाब क्यो
देह व्यापार कराने वाली महिला को पकड़ने में आखिर पुलिस के हाथ क्यों काप रहें है समझ से परे हैं। जब से सिटी के थाना प्रभारी गीतांजलि सिन्हा को बनाया गया है तब से नगर में पुलिस नाम की चीज नजर नहीं आ रहीं है अब देखना होगा उच्च अधिकारी इन पुलिस कर्मियों पर किस प्रकार से कार्यवाही करते हैं।