कबीरधाम! शासकीय विभागों में पदस्थ रहने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों को एक जगह से दूसरे जगह स्थानांरित इसलिए किया जाता है कि जब उनको एक ही जगह पर अधिक समय हो जाता है तो लोगों से बने संबंधों को लेकर वह शासन की योजनाओं का आमजन को लाभ देने में भेद भाव पूर्ण रवैया ना अपना सकें।
मुख्यालय में ऐसे अधिकारियों का ट्रांसफर होने के बावजूद कार्यालय नहीं छोड़ रहे हैं। तीन साल से अधिक समय से एक ही स्थान पर जमे अधिकारियों का तबादला कर दूसरे स्थान पर भेजने का शासनादेश है लेकिन राजनीतिक संरक्षण के चलते कुर्सी छोड़ा नही जा रहा।
दरअसल, जिले में विनय सोनी संयुक्त कलेक्टर का तबादला यहां से दुर्ग के लिए हो गया है। इनके साथ अन्य जिलों के संयुक्त कलेक्टर का तबादला हुआ है। उन लोगों ने तैनाती स्थल पहुंचकर अपना पद ग्रहण कर लिए हैं, विनय सोनी अभी तक यहीं पर जमे हैं। यह सरकार की तबादला नीति पर प्रश्न चिन्ह है।
जुगाड़ के आगे नियम क़ायदे फेल
इनके साथ ही साथ ब्लाक मुख्यालय में दर्जन भर से भी ज्यादा अधिकारी कर्मचारी ऐसे है जो पिछले 10 वर्षों से भी अधिक समय से एक ही जगह जुगाड लगा – लगा कर जमे हुए है जिस पर किसी बड़े अधिकारी की नजर नहीं जा रही है।
वर्षो से एक ही स्थान पर जमे इन अफसर, कर्मचारियों की पहुंच के आगे नियम कानून ढीले पड़ते नजर आ रहे हैं. स्थानांतरण नीति तो हर साल जारी होती है,लेकिन जुगाडू अधिकारी कर्मचारियों पर इसका कोई असर नही पड़ता. मर्जी से इन जुगाडू कर्मचारियों का तबादला नही किया जा सकता।