कबीरधाम।आज़ादी के बाद से नहीं सुधरी इस गांव की व्यवस्था उफनते नदी को पार कर जान जोख़िम में डाल पढ़ने को मजबूर है विद्यार्थी


कबीरधाम
! जिले में बारिश ने तबाही मचा रखी है। भारी बारिश के चलते नदियां-नाले उफान पर हैं।बीते कुछ दिनों में कई लोगों ने अपनी जिंदगियां नदी नाले को पार करते वक्त गवां दी है। बावजूद सैंकड़ों लोग अब भी जान दांव पर लगाने के लिए मजबूर हैं। जिले के विकास खंड बोड़ला क्षेत्रांतर्गत ग्राम पंचायत मगरवाड़ा के आश्रित ग्राम अमेरा से ऐसा ही एक दिल दहलाने वाला वीडियो सामने आया है जिसमें स्कूली बच्चे जान जोखिम में डालकर नदी पार कर रहे हैं।


बहती नदी पर जान जोख़िम में डाल पार करने को मजबूर

रिपोर्ट्स के मुताबिक कबीरधाम जिले के बोड़ला तहसील के अमेरा गांव के स्कूली बच्चे मजबूरी में उफनती नदी पार करके स्कूल आते जाते हैं। स्कूली बच्चे व ग्रमीण बहती नदी पर जान जोख़िम में डाल पार करने को मजबूर हैं। जंगल क्षेत्र होने से पहाड़ से पानी नदी में आता है जिससे नदी और नाले उफान पर रहते हैं। स्कूली बच्चे ग्राम पंचायत मगरवाड़ा से अपने आश्रित ग्राम में स्थित वनवासी राम माध्यमिक विद्यालय, दिव्य ज्योति हाई स्कूल अमेरा व आदिवासी कन्या छात्रावास में पढ़ने जाते हैं।

गांव से बाहर जाने के लिए ये एकमात्र रास्ता 

ग्रामीणों ने बताया कि, 'गांव से बाहर जाने के लिए ये एकमात्र रास्ता है। यहां बने वर्षों पुराना पुल पर ना तो रेलिंग है और ना ही किसी तरह की सुरक्षा व्यवस्था। क्षेत्र के ग्रामीण और बच्चे रोज इसी तरह नदी पार करते हैं। पुल बनाने को लेकर ग्रामीण कई बार मांग कर चुकें हैं, लेकिन अभी तक इस मामले पर किसी ने सुध नहीं ली है। एक तरफ जहां लोगों के लिए अपनी जान को जोखिम में डालना उनकी मजबूरी हो गई है, तो वहीं स्कूली बच्चों का जज्बा हर रोज उन्हें प्रेरित करता है।'

जनप्रतिनिधि विधायक मंत्री शासन को कई बार लिखित में शिकायत

ग्रामीणों का कहना है कि जनप्रतिनिधि विधायक मंत्री शासन को कई बार लिखित में शिकायत की लेकिन अभी तक किसी ने सुना नहीं। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि पुल ऊंचाई से बनाना चाहिए और रेलिंग होनी चाहिए, नहीं तो किसी भी दिन बड़ा हादसा हो सकता है।

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