कबीरधाम! जिले में विगत कुछ दिनों से कुकदुर थाना संबंधित मानव तस्करी मामले की खबर लगातार अखबार, इलेक्ट्रॉनिक मिडिया, वेब पोर्टल व सोशल मीडिया में तेज़ी से प्रकाशित हो रहा है । जिसको लेकर जगह जगह लोगो में खासी चर्चा का विषय बना हुवा है जिस संबंध में कुकदुर पुलिस का कहना है कि सोमवार दिनांक 25,122023 को इसी मामले में एक महिला आरोपी सोमती उर्फ़ सोमकलीधुर्वे निवासी सोढ़ा थाना मवई जिला मंडला राज्य मध्यप्रदेश के विरुद्ध अपराध क्रमांक 106/23 धारा 363,366,370,376(2)(N)376(D) 506 ,34 भादवि. पंजीबद्ध किया गया। प्रकरण के महिला आरोपी सोमती उर्फ़ सोमकली को बारिकी से पूछ ताछ किया गया जो जो अपने जुर्म स्वीकार की जिसको ज्यूडिशियल रिमांड पर भेज दिया गया बात यहां समाप्त नहीं होती अब पीड़ित महिला क्या कहती है उसे विस्तार से पढ़िए ।
मुख्य सरगना तक नहीं पहुंचना चाहती कुकदुर पुलिस यह कहना हमारी नहीं बल्कि पीड़ित महिला हेमबती मरकाम का कहना है।
पीड़ित महिला का यह आरोप है कि जब वे शिकायत लेकर थाना कुकदूर अपने परिजनों को लेकर पहुंची तो थानेदार साहब पहले से ही आरोपी सन्नी सूर्या व उनके पिता जयभगवान सूर्या व उनके एक साथी के साथ चाय की चुस्कियां ले रहे थे । मैं अपने आवेदन को लेने की निवेदन करती रही फिर भी थानेदार सावन सारथी के कानो में जु तक नहीं रेंगा जिससे मैं पूरी तरह हताश से हो गई थी तब मेरे परिजनों ने आप के क्षेत्रीय नेता पवन चंद्रवंशी और मिडिया वालों से संपर्क कर उन्हें बुलाए उनके जल्द आने के तुरंत ही बाद थानेदार सावन सारथी आरोपी लोगों को थाने से भगा दिए जिसके बाद मिडिया के दबाव के बाद देर रात मेरी रिपोर्ट दर्ज किया गया जब तक सन्नी सूर्या अपने दोस्त व पिता जयभगवान सूर्या के साथ बहोत दूर भाग चुके थे , गर थानेदार साहब चाहते तो उन्हे बैठाकर रख सकते थे। लेकिन थानेदार साहब को तो आरोपियों के साथ मित्रता निभानी थी जिनके साथ बैठ चाय की चुस्कियां भरी अब उन्हें ढूंढ कर पकड़ने का ढोंग कर रहे है ।
महिला आरोपी से नही किया गया कड़ाई से पूछ ताछ
महिला आरोपी सोमकली से गर पुलिस कड़ाई से पूछ ताछ करती तो पुलिस मुख्य सरगना अजय तक पहोंच जाति लेकिन महिला आरोपी से छोटी मोटी पूछताछ कर उसे सीधा रिमांड पर भेजा देना एक स्वालिया निशान खड़ा करता है।
मुख्य सरगना अजय का दूर दूर तक नाम नहीं
पीड़ित महिला का कहना है कि पुलिस के द्वारा कहानी कुछ और बताया जा रहा जो है कुछ और सच्चाई तो यह है कि मुझे मेरी मुंह बोली बहन जब काम दिलाने के नाम पर दिल्ली लेकर गई वहां मुझे पहले अजय के पास लेकर गई और बोली की इन्ही के साथ रहो यही तुमको काम दिलाएंगे फिर मैं अजय के साथ तकरीबन हफ़्ते भर रही अजय वहां पहले से ही पांच छः लड़की रखा लाके रखा था उन्हीं के साथ मैं भी रहती थीं उनका भी भविष्य मेरी तरह पूरी तरह उजड़ चुका है। अजय मुझे एक डॉक्टर के पास नौकरानी का काम दिलाया फिर वहां से वापस बुला कर अजय ने मुझे सन्नी के पास ले गया मैं बोली मुझे घर जाना है तो अजय बोला घर कैसे जायेगी अब तू इनके साथ रहेगी फिर मैं अजय को बोली मुझे घर जानें दो तब सन्नी बोला मैं तुम्हे पुरे दो लाख रुपए देकर खरीदा हूं घर कैसे जायेगी फिर मुझे तब मुझे पता चला कि मैं बिक चुकी हूं ।
अब कुकदुर थानेदार सावन सारथी मुख्य सरगना तक पहोंचना नहीं चाहते या उन्हें बचा रहे है यह एक प्रश्न वाचक चिन्ह कि तरह है जिसका फ़ैसला अब विभाग में बैठे वरिष्ठ अधिकारी करेंगे?