कबीरधाम ! हम बात कर रहे है जिले के आबकारी विभाग की जो कुछ दिन पूर्व खानापूर्ति कार्यवाही कर वाहवाही बटोरते हुवे नजर आ रही थी जो अब अपनी पुरानी रवैये पर फिरसे आ चुकी है। जिसका फायदा नगर स्थित होटलों व् ढाबो में बेख़ौफ़ शराब परोसने व् ढाबो में निर्भय होकर शराब पिलाने वाले उठा रहे है । नगर के बाहर मुख्य मार्ग स्थित ढाबों सहित नविन बाजार स्थित छोटे छोटे ढाबो में ढाबा संचालको के द्वारा ढाबे में ही शराबप्रेमी शराबियों को बैठाकर अवैध तरीके से शराब पिलाई व् बेचीं जा रही है । मुख्य मार्गों में स्थित ढाबा संचालक बकायदा इन शराबियों के लिए अलग से वीआईपी कमरा बनाए हुवे है जिसमे अन्य लोगो का जाना वर्जित होता है ।ऐसा नहीं है कि इसकी भनक विभाग में बैठे उच्च अधिकारीयों को न हो फिर भी कार्यवाही करने से कतराते है । जिसके चलते ढाबा संचालको के हौसले बुलंद है क्योकि ये आदतन हो चुके है इन्हें बखूबी पता है की कार्यवाही भी होगी तो खानापूर्ति ।विभाग में बैठे दलाल किस्म के अधिकारी/कर्मचारी टेबिल के निचे से मान सम्मान पाकर अपनी ईमान बेंच अपनी कर्तव्य पूरी तरह भूल चुके है जिसके चलते इनके ऊपर किसी भी प्रकार का आंच भी नही आता । अब देखना यह होगा कि विभाग में बैठे उच्च अधिकारी ऐसे ढाबा संचालकों के ऊपर कोई कठोर कार्यवाही करते है कि नहीं ।
कबीरधाम ! चार दिन की चटक चांदनी फिर अँधेरी रात हाल ए जिला आबकारी विभाग ।
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March 05, 2024
कबीरधाम ! हम बात कर रहे है जिले के आबकारी विभाग की जो कुछ दिन पूर्व खानापूर्ति कार्यवाही कर वाहवाही बटोरते हुवे नजर आ रही थी जो अब अपनी पुरानी रवैये पर फिरसे आ चुकी है। जिसका फायदा नगर स्थित होटलों व् ढाबो में बेख़ौफ़ शराब परोसने व् ढाबो में निर्भय होकर शराब पिलाने वाले उठा रहे है । नगर के बाहर मुख्य मार्ग स्थित ढाबों सहित नविन बाजार स्थित छोटे छोटे ढाबो में ढाबा संचालको के द्वारा ढाबे में ही शराबप्रेमी शराबियों को बैठाकर अवैध तरीके से शराब पिलाई व् बेचीं जा रही है । मुख्य मार्गों में स्थित ढाबा संचालक बकायदा इन शराबियों के लिए अलग से वीआईपी कमरा बनाए हुवे है जिसमे अन्य लोगो का जाना वर्जित होता है ।ऐसा नहीं है कि इसकी भनक विभाग में बैठे उच्च अधिकारीयों को न हो फिर भी कार्यवाही करने से कतराते है । जिसके चलते ढाबा संचालको के हौसले बुलंद है क्योकि ये आदतन हो चुके है इन्हें बखूबी पता है की कार्यवाही भी होगी तो खानापूर्ति ।विभाग में बैठे दलाल किस्म के अधिकारी/कर्मचारी टेबिल के निचे से मान सम्मान पाकर अपनी ईमान बेंच अपनी कर्तव्य पूरी तरह भूल चुके है जिसके चलते इनके ऊपर किसी भी प्रकार का आंच भी नही आता । अब देखना यह होगा कि विभाग में बैठे उच्च अधिकारी ऐसे ढाबा संचालकों के ऊपर कोई कठोर कार्यवाही करते है कि नहीं ।