कबीरधाम! जिला कबीरधाम एक ऐसा जिला जो राज्य को मुख्यमंत्री वनमंत्री से लेकर वर्तमान में डिप्टी सीएम तक दिए फिर भी राष्ट्रपति के दत्तक पुत्रो पर हो रहे अत्याचार थमने का नाम नही ले रहा।
जल जंगल जमीन ये शब्द सुनते ही मन में जो विचार आता है उसे ही बैगा आदिवासी कहा जाता है ।राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र की उपाधि पाने वाले सीधे साधे बैगा समुदाय के लोगो पर वनविभाग के वनरक्षक थप्पड़ बरसा रहे है ।
मामला है डिप्टी सीएम विजय शर्मा के गृह जिला में स्थापित भोरमदेव अभयारण्य के कक्ष क्रमांक 79 का जिसमें कार्यरत वनरक्षक लालचंद साहू अपने कर्तव्य को छोड़कर गुंडागर्दी पर आतुर हो गया है ।
घटना बीते गुरुवार दिनांक 29/03/2024 को जलेश सिंह बैगा जो अपनी सास फुलझरहीन व नानी रखौतीन के साथ दोपहर तकरीबन 12 बजे अपने जीवन यापन चलाने के लिए महुवा एकत्रित करने बिजाझाप के पास गए हुवे थे।
महुवा एकत्रित कर जलेश सिंह बैगा अपने घर वापस जा रहा था तभी वनरक्षक लालचंद साहू उनके महुवा को लूट कर जलेश बैगा को थप्पड़ जड़ दिया व आरोप लगाते हुए कहने लगा कि तुम अनपढ़ गंवार बैगा आदिवासी जंगल में आग लगाते हो जलेश बैगा गिड़गिड़ाते रहा कि आग हमने नही लगाई है फिर भी वनरक्षक लालचंद साहू अपनी क्रूरता का परिचय देते हुए जलेश बैगा को थप्पड़ जड़ता रहा थप्पड़ से मन नहीं भरा तो पास मे पड़े डंडे से पीटना शुरू कर दिया डंडे की मार से पीड़ित के हाथ कमर व पैर में अंदरूनी चोटें आई है।वनरक्षक उसे मां बहन बेटी की गाली देते रहा वही से विजय यादव गुजर रहा था वनरक्षक के रौद्र रूप देख विजय यादव पास जाकर वनरक्षक से डंडा छीन बीच बचाव के लिए सामने आया।आस पास के लोग जब जुटने लगे तो वनरक्षक लालचंद साहू को जान से मारने व बाद में देख लेने की धमकी देकर वहा से चला गया जिसकी शिकायत पीड़ित जलेश बैगा के द्वारा पुलिस अधीक्षक से किया गया।
कबीरधाम डिप्टी सीएम विजय शर्मा का गृह जिला है जहां राष्ट्रपती के दत्तक पुत्र कहे जाने वाले बैगा समुदाय के लोगो पर वन विभाग के वनकर्मी के द्वारा अत्याचार किया जा रहा है। डिप्टी सीएम के गृह जिले का हाल यह है तो अन्य जिलों का हाल क्या होगा वह तो आप समझ ही चुके होंगे । आखिरकार ऐसे गुंडे तत्व के वनरक्षकों का हौसला इतना बुलंद क्यों है वह एक प्रश्न वाचक चिन्ह की तरह है । अब देखना यह होगा कि डिप्टी सीएम विजय शर्मा के राज में राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र को न्याय मिलता है कि नहीं।