ज़िम्मेदार अधिकारी की घोर लापरवाही !
कड़कती धूप में जहां मनुष्य भी अपने घर से बाहर निकलने के लिए हजारों बार सोचते हैं तो सोचो जंगल में अपनी जीवन व्यतीत करने वाले मासूम जानवरों का क्या हाल हो रहा होगा ,मनुष्य तो सिर्फ सूर्य के गर्मी से परेशान हैं ,जानवर तो सूर्य के गर्मी के साथ साथ जंगलों में लगी भीषण आग की गर्मी से भी जूझ रहे हैं ,मासूम जानवर अपनी जान बचाने अब जंगल को छोड़ मैदान की ओर रुख कर रहे हैं।
बताया जा रहा है कि दो हिरणों में से एक थाना बोड़ला में घुस गया और एक का कुत्तों के शिकार करने से मौत हो गया ,गर वन परिक्षेत्र अधिकारी मनीष सिंह और उनकी टीम जंगल में लगी भीषण आग को बुझाने में अपनी दायित्व ठीक से निर्वहन करते तो शायद आज एक मासूम जानवर की जान बच जाती ऐसे सुस्त अधिकारी जानवरो के लिए अभिशाप है ,इनके ऊपर विभाग को कड़ी कार्यवाही करने की आवश्यकता है ,अब देखना यह होगा कि विभाग में बैठे उच्च अधिकारी वन परिक्षेत्र अधिकारी कवर्धा मनीष सिंह के ऊपर कार्यवाही करते हैं या इनके द्वारा किए जा रहे कृत्यों का कड़ी निंदा करते नजर आते हैं।
कबीरधाम! बता दें कि जिले में वन विभाग अंतर्गत आने वाली वन परिक्षेत्र कवर्धा के घने जंगलों में आए दिन आग लगता रहता है ,इसमें वन चौकीदार से लेकर उप वनपाल सहित वन परिक्षेत्र अधिकारी ध्यान नहीं देते ,जिसके कारण हरी भरी जंगल आज बंजर भूमि में तब्दील होते जा रहा है ,इसमें निवासरत मासूम जंगली जानवर आग से जान बचाने अब मैदान की ओर रुख कर रहे हैं ,आग से तो अपनी जान बचाने में कामयाब हो गए परंतु मैदान में मौजूदा शिकारी कुत्तों के शिकार से अपनी जान बचाने में असफल रहे ,हाल ही में वन परिक्षेत्र कवर्धा जंगल से बाहर निकले एक मासूम हिरण के मौत की ख़बर सामने आ रही है ।
बताया जा रहा है कि दो हिरणों में से एक थाना बोड़ला में घुस गया और एक का कुत्तों के शिकार करने से मौत हो गया ,गर वन परिक्षेत्र अधिकारी मनीष सिंह और उनकी टीम जंगल में लगी भीषण आग को बुझाने में अपनी दायित्व ठीक से निर्वहन करते तो शायद आज एक मासूम जानवर की जान बच जाती ऐसे सुस्त अधिकारी जानवरो के लिए अभिशाप है ,इनके ऊपर विभाग को कड़ी कार्यवाही करने की आवश्यकता है ,अब देखना यह होगा कि विभाग में बैठे उच्च अधिकारी वन परिक्षेत्र अधिकारी कवर्धा मनीष सिंह के ऊपर कार्यवाही करते हैं या इनके द्वारा किए जा रहे कृत्यों का कड़ी निंदा करते नजर आते हैं।