समाज से दूर हर पिछड़े लोगों को जोड़ना व उनको उनकी हक दिलाना मेरा प्रथम कर्तव्य - कामू बैगा ।
रायपुर! प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद कामू बैगा अपने पहले दौर की शुरुआत राज्य के गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले से कर रहे हैं !
बता दे कि अभी कुछ दिनो पहले कामू बैगा को राज्य में निवासरत संपूर्ण बैगा आदिवासी समुदाय ने सर्व सहमति से अपना प्रदेश अध्यक्ष चुना है ।
कामू बैगा का कहना है कि मेरे जैसे निम्न स्तर के व्यक्ति को समाज ने मुझे इस काबिल समझा और मुझपर जो विश्वास जताया है उसके लिए मै और मेरा परिवार समाज के शुक्रगुजार है।
मै समाज के हर उस नागरिक से अपील करता हूं कि समाज ने मुझ पर जोभी काबिलियत देख मुझे चुना है मैं आपकी इस विश्वास और उम्मीद पर खरा रहूंगा, कामू बैगा कहना है कि समाज ने जो मुझे दायित्व सौंपा है यह मेरे लिए खुशी तो ज़ाहिर करता ही है लेकिन मैं इसे एक चुनौती समझ इस पर आगे कार्य करने जा रहा हूं,कहने को तो बैगा आदिवासी समुदाय को राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र का उपाधि दिया गया है,गर इसे हमारी नजरों से देखा जाए तो धरातल स्थिति में राज्य में एक भी बैगा परिवार ऐसा नहीं है जो केंद्र सरकार सहित राज्य सरकार के मूलभूत सुविधाओं से रूबरू हो ।
आज भी बैगा आदिवासी समुदाय झिरिया के पानी को मजबूर तो शिक्षा से कोसो दूर है ,जब से मैने होश संभाला है तब से मैं समाज के पिछड़े लोगों से जुड़ा रहा हूं ,मुख्य समस्या तो यह है कि केंद्र से लेकर राज्य शासन के द्वारा बैगा आदिवासी समुदाय के लिए अनेकों योजनाएं चलाई जा रही हैं जिस पर करोड़ों रुपए व्यय भी किया जा रहा है , बावजूद देश के आजादी के बाद से अब तक हमारे समुदाय के लोग पिछड़े ही हैं जिन्हें मुझे आगे लाना है, समाज में ऐसे कई परेशानियों का सामना मुझे आगे भविष्य में करना पड़ेगा जिसके लिए मै तैयार हूं ।
समाज के प्रत्येक लोगों से मै आग्रह करना चाहता हूं खासकर युवाओं से आप को समझना होगा कि समाज एक मजबूर लकड़ी का ढाल बन सकता है तब जब समाज में फैले उन दिमको का खात्मा हो सके।
इसके लिए हम सभी युवाओं को शिक्षित व होशियार बनाना पड़ेगा समाज में ऐसे ऐसे दीमक है जो अपनी निजी फायदा के लिए समाज को शोषण करते आ रहे हैं, अब हमारा समय है हमे इस रूढ़िवादी सोच से समाज को बाहर निकल एक नया कृतिमान स्थापित करना है ।
रही बात दौरे की तो मेरे दौरे की पहली शुरुआत राज्य के गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले से किया जा रहा है इसीलिए क्योंकि हमारा समाज सबसे ज्यादा गर पिछड़ी है तो यही से है ,समाज के लोगों को शासन से मिलने वाली मूलभूत सुविधाओं से वंचित रखा गया है,समाज के लोगों से रूबरू होकर उनकी समस्याओं से प्रशासन को अवगत कराने ही मै इसकी शुरुआत इस जिले से करने जा रहा हूं।
कामू बैगा ने यह भी बताया कि दौरे के दौरान संभावना है कि, छत्तीसगढ़ आदिवासी विकास परिषद के प्रदेश अध्यक्ष के आर शाह भी जा सकते हैं ।


