कबीरधाम | दयाल सिंह ये नाम तो आपने अक्सर सुना ही होगा व्याख्यता दयाल सिंह अपने कारनामे को लेकर हमेशा से ही न्यूज़ के सुर्ख़ियों में बने रहते है ,मिडिया कर्मी को धमकाने से लेकर महिला कर्मचारी के साथ अभद्रता पूर्वक व्यवहार के चलते दयाल सिंह के उपर कई अपराध पंजीबद्ध किया जा चूका है,ज्ञात हो की जब दयाल सिंह विकासखंड शिक्षा अधिकारी बोड़ला के पद पर पदस्थ थे तब दयाल सिंह के खिलाफ थाने ऍफ़ आई आर हुई थी, मीडियाकर्मी को धमकाने के मामले में इनके खिलाफ धारा 294,506,507 के तहत मामला दर्ज किया गया था, इतना नही दयाल सिंह का एक विडियो वायरल हुवा था जिसमे दयाल सिंह का एक महिला कर्मचारी के साथ अभद्र व्यवहार करना देखा गया था ,प्रशासन के द्वारा दयाल सिंह के उपर कड़ी कार्यवाही किया गया जिसके कारण इन्हें विकासखंड शिक्षा अधिकारी के पद से हाथ धोना पड़ा था |
फर्जी आदेश के सहारे फिर बनना चाहता था विकासखंड शिक्षा अधिकारी,हाईकोर्ट ने लताड़ते हुवे आदेश को किया रद्द |
ज्ञात हो की व्याख्याता दयाल सिंह विगत 19.07.2024 को फर्जी तौर से जारी आदेश के तहत विकासखंड शिक्षा अधिकारी बनने का कोशिश किया था ,जो नाकाम साबित रहा हाई कोर्ट ने उक्त फर्जी आदेश को अमान्य कर दिया जिससे दयाल सिंह का गलत तरीके से विकासखंड शिक्षा अधिकारी बनाने का सपना फिर से टूट गया |
दयाल सिंह प्रभारी विकास खंड शिक्षा अधिकारी पंडरिया व् बोड़ला का कार्यकाल रहा विवादित |
दयाल सिंह जब पंडरिया व् बोड़ला के प्रभारी विकास खंड शिक्षा के पद पर रहे तो काफी विवादों से घिरे रहे,दयाल सिंह शासकीय सम्पति नि:शुल्क पाठ्य पुस्तक ,मार्कशीट व् आफ़िस के कई सामग्री का गलत तरीके से विक्रय करने के मामले की जाँच में दोषी पाया गया था ,शिक्षको को धमकाने व् शिक्षको से गलत तरीके से पैसा लेने का भी इनपे आरोप लगते आ रहे है ,अब देखना यह है की ऐसे विवादित मामले में संलिप्त व्याख्याता दयाल सिंह के उपर शासन में बैठे विभागीय अधिकारी कार्यवाही करते है या विभागीय मोह दिखाते हुवे इनके कारनामे में मिटटी डालते है |