कवर्धा ! एक कहावत तो आपने सुनी ही होगी अंधेर नगरी चौपट राजा ,यह कहावत ठीक बैठता है धर्मं नगरी कहे जाने वाली कवर्धा शहर पर जहां प्रशासन के नजरों के सामने ठेकेदार आंख मचौली खेल रहा है।
बता दें की 898.09 लाख के लागत से नगर में स्थित ठाकुर देव चौक से जुनवानी रोड होते हुवे न्यू हाईटेक बस स्टेंड से ठाठापुर मार्ग जुनवानी जक्शन तक मार्ग चौडीकरण तथा उन्नयन का कार्य चल रहा है ,जिस कार्य को मे.आर. के. कंस्ट्रक्शन कवर्धा के द्वारा कराया जा रहा है, निर्माणाधीन सड़क को खूबसूरती देने के लिए न जाने कितने लोगो को अपने ही आंखों के सामने खून पसीने की कमाई से बनाये आशियानों को उजड़ते देखना पड़ा ।
अब दिलचस्प बात यह है की शायद ठेकेदार को खुबसूरत सड़कें भाती नही इशलिये नगरवासियों के आंखों के सामने बेधड़क सड़क किनारे बन रहे नाली निर्माण कार्य में घटिया क़िस्म के बड़ी गिट्टी को मटेरियल के रूप में उपयोग कर व् बेस के लिए पानी की तरह तरल पदार्थ जैसे मसाले को उपयोग कर नाली की गुणवत्ता की धज्जियाँ उड़ा रहा है |
विभागीय अधिकारियो पर खड़ी होती है सवालिया निशान ।
बता दें की कवर्धा शहर कबीरधाम जिले का मुख्यालय है जहाँ करोडो के लागात से बन रहे सड़को से सत्ताधारी नेताओ सहित विभागीय अधिकारी का रोज अवागम हो रहा है बावजूद ठेकेदार के द्वारा सड़क किनारे नाली निर्माण कार्य के गुणवत्ता पर मनमानी किया जा रहा है,अब विभागीय अधिकारी के उपर यह सवाल उत्पन्न होता है की जब अधिकारी बन रहे निर्माणाधीन सड़क व् नाली के निरिक्षण के लिए मौके पर जब हर रोज जाते है फिर भी बन रहे सड़क गुणवत्ताहिन् क्यों है।
नगर वासियों का निरीक्षण अधिकारी पर संरक्षण देने का आरोप ।
नाग वहीँ नगर वासियों का कहना है की निरिक्षण करने वाले अधिकारी का ठेकेदार को पूरा संरक्षण है शायद इसीलिए ठेकेदार बड़े ही दमदारी से घटिया किस्म के मटेरियल का उपयोग खुलेआम कर रहा है गर यही हाल रहा तो वर्षों तक चलने वाली नाली चंद महीनों में ही ढह जाएगा ।
अब देखना यह होगा की विभाग में बैठे उच्च अधिकारी सड़क के घटिया निर्माण कराने वाले ठेकेदार व् निरिक्षण अधिकारी के उपर कार्यवाही करते है या फिर कहें हाल जस का तस |